Friday 22 February 2013

यह है लाशों में भी जान फूंकने वाला चमत्कारी संजीवनी मंत्र



यह है लाशों में भी जान फूंकने वाला चमत्कारी संजीवनी मंत्र
पौराणिक मान्यता है कि संजीवनी विद्या व मंत्र के असर से दैत्य गुरु शुक्राचार्य ने मरे हुए दैत्यों में फिर से प्राण फूंक दिए थे। शुक्राचार्य ने यह अद्भुत संजीवन विद्या व मंत्र शक्ति देवाधिदेव महादेव को कठिन तपस्या से प्रसन्न कर पाई थी।
शास्त्रों के मुताबिक सांसारिक जीवन में इस संजीवन मंत्र के असर से अकाल मृत्यु का भय, संकट व दु:ख दूर होते है। यही नहीं, इस मंत्र से लाइलाज बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है।
- सवेरे स्नान के बाद यथासंभव गंगाजल या किसी पवित्र जल में कच्चा दूध मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें। साथ ही शिव की सफेद चंदन, धतूरा, बिल्वपत्र, सुपारी व नैवेद्य चढ़ाकर पूजा करें।
- पूजा के बाद इस संजीवन मंत्र का 11 माला हर रोज, न संभव हो तो कम से कम 1 माला यानी 108 बार मंत्र जप रुद्राक्ष की माला से जरूर करें। यह संजीवनी मंत्र है -
ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: त्र्यबकंयजामहे ॐ तत्सर्वितुर्वरेण्यं ॐ सुगन्धिंपुष्टिवर्धनम् ॐ भर्गोदेवस्य धीमहि ॐ उर्वारुकमिव बंधनान् ॐ धियो योन: प्रचोदयात् ॐ मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ स्व: भुव: भू: : जूं हौं ॐ।।
- मंत्र जप के बाद जानकारी होने पर खुद या न होने पर किसी विद्वान ब्राह्मण से हवन की जानकारी लेकर 108 बार घी में भिगोए बिल्व पत्रों या बिल्व फलों से यह मंत्र बोल हवन करें या करवाएं। वटवृक्ष की समिधा यानी हवन सामग्री से हवन भी असाध्य रोगों व किसी भी व्यक्ति पर मंडरा रहे काल भय को दूर करने में बड़ा असरदार सिद्ध होता है।
- भगवान शिव की आरती करें। शिवाभिषेक व पूजा के जल, सुपारी व प्रसाद को ग्रहण करें।

Thursday 21 February 2013

अगर आप कर्ज लेकर किसी मुसीबत में फंस गए हैं?



अगर आप कर्ज लेकर किसी मुसीबत में फंस गए हैं  
तो घबराइए मत क्योंकि नीचे लिखे अचूक उपाय से आप इस कर्ज की मुसीबत से जल्दी से जल्दी छुटकारा पा सकते हैं। यह ज्योतिषिय उपाय इस प्रकार है-
उपाय
- एक डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा लें तथा उसे एक चौकी पर बिछा ले।
- पूर्व में मुंह करें और पांच खिले हुए गुलाब लक्ष्मी या गायत्री मंत्र पढ़ते हुए उस पर रख दें।
- अब कपड़े को लपेट लें जिससे उन फूलों की एक पोटली बन जाए।
- इस बंधे हुए कपड़े को बहती नदी में प्रवाहित कर आएं।
- यह क्रिया सात बार करें। आप देखेंगे कि इस उपाय को करने से आपको शीघ्र ही कर्ज के बोझ से मुक्ति मिलने लगेगी।
- यह प्रयोग रिक्ता तिथि, यम, घंटक काल, भद्रा, राहु काल को छोड़कर शुभ तिथि, शुभ वार में करें।

पूर्णमासी को जल में थोड़ा दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देने और अपने व्यवसायकी उन्नति की प्रार्थना करने से चमत्कारिक लाभ होता है।

Wednesday 20 February 2013

किसी भी आर्थिक कार्य में बार-बार असफलता मिल रही हो तो यह टोटका करें-



किसी भी आर्थिक कार्य में बार-बार असफलता मिल रही हो तो यह टोटका करें-
- सरसो के तेल में सिके गेहूं के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूए, सात मदार (आक) के फूल, सिंदूर, आटे से तैयार सरसो के तेल का दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात में किसी चौराहे पर रख कर कहें -'हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूं कृपा करके मेरा पीछा ना करना।' सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें।

Monday 18 February 2013

कभी धन कीकमी नहीं होगी



टोटका
शुक्ल पक्ष के किसी शुक्रवार को एक नया कपड़ालें। उसमें एक पूजा की सुपारी, साबूत हल्दी की गांठ, साबूत चावल, एक चांदी या तांबे का सिक्का और नागकेसर रखकर पोटली बना लें। इस पोटली को भगवान शिव की मूर्तिके आगे रखकर ऊँ नम: शिवाय मंत्र की एक माला जप करें। जप रूद्राक्ष की माला सेकरें। इसके बाद पोटली की धूप-दीप आदि से पूजन करें व इसे तिजोरी या जहां आप पैसारखते हैं वहां रख दें। इस टोटके से मां लक्ष्मी प्रसन्न होगी और आपको कभी धन कीकमी नहीं होगी

भगवान शिव को चढ़ाएं शमी का फूल, पूरी होंगी सभी मुरादें



सुप्रभात दोस्तों ,

आपका दिन मंगलमय हो !!!......
भगवान शिव को चढ़ाएं शमी का फूल, पूरी होंगी सभी मुरादें
जानकारी के लिए जन्पत्रिका के साथ मिले या संपर्क करे 

:-.ज्योतिषाचार्य.... पंडित राजन जेटली ..... 09971234977
 
धर्म शास्त्रो में भगवान शिव को जगत पिता बताया गया हैं, क्योकि भगवान शिव सर्वव्यापी एवं पूर्ण ब्रह्म हैं। हिंदू संस्कृति में शिव को मनुष्य के कल्याण का प्रतीक माना जाता हैं। शिव शब्द के उच्चारण या ध्यान मात्र से ही मनुष्य को परम आनंद प्रदान करता हैं। भगवान शिव भारतीय संस्कृति को दर्शन ज्ञान के द्वारा संजीवनी प्रदान करने वाले देव हैं। इसी कारण अनादि काल से भारतीय धर्म साधना में निराकार रूप में होते हुवे भी शिवलिंग के रूप में साकार मूर्ति की पूजा होती हैं।

आज हम आपको बताते हैं कि शिवलिंग पर कौन सा पुष्प चढ़ाना चाहिए और वह कितना पुण्य देने वाला है| शास्त्रों ने कुछ फूलों के चढाने से मिलने वाले फल का महत्व बतलाया है | वैसे भी पूजा में कुदरती सामग्रियों के चढ़ावे का महत्व है। जिनमें अनेक तरह-तरह के पेड़-पौधों के पत्ते, फूल और फल शामिल होते हैं। शास्त्रों में भगवान शिव पर फूल चढाने का बहुत अधिक महत्व बताया गया है|

एक फूल शिव पर चढ़ाना से सोने के दान के बराबर फल देता है वो है आक के फूल को चढाने से मिल जाता है , हज़ार आक के फूलों कि अपेक्षा एक कनेर का फूल, हज़ार कनेर के फूलों के चढाने कि अपेक्षा एक बिल्व-पत्र से मिल जाता है जिस तरह पापो के नाश के लिए शिव पर बिल्व पत्र से शिव खुश होते है|

हजार बिल्वपत्रों के बराबर एक द्रोण या गूमा फूल फलदायी। हजार गूमा के बराबर एक चिचिड़ा, हजार चिचिड़ा के बराबर एक कुश का फूल, हजार कुश फूलों के बराबर एक शमी का पत्ता, हजार शमी के पत्तो के बराकर एक नीलकमल, हजार नीलकमल से ज्यादा एक धतूरा और हजार धतूरों से भी ज्यादा एक शमी का फूल शुभ और पुण्य देने वाला होता है।

इसलिए भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए एक शमी का पुष्प चढ़ाएं क्योंकि यह फूल शुभ और पुण्य देने वाला होता है|