Wednesday 30 May 2012

************वास्तु में पर्स की भूमिका l VASTU AUR PURSE**************

१ मेष,सिंह, और धनु राशि वाले अपना पर्स लाल या नारंगी रंग का रखे. तो लाभ होगा.
२ वृष,कन्या, और मकर राशि वालों को भूरे रंग का पर्स तथा मटमैले रंग का पर्स बहुत फायदा पंहुचायगा.
३ मिथुन,तुला, और कुम्भ राशि वाले यदि नीले रंग व सफ़ेद रंग का प्रयोग करते है तो मानसिक स्थति के साथ साथ धन के के आगमन के रास्ते भी खुलेंगे.

४ कर्क,वृश्चिक, और मीन राशि को तो हमेशा हरा रंग और सफ़ेद रंग का प्रयोग अपने पर्स में करना लाभदायक रहेगा.
५ रात्री में सोते समय पर्स कभी भी सिरहाने ना रख कर उसे हमेशा अलमारी में रखें.
६ पर्स में रूपये कभी भी मोड या फोल्ड कर ना रखे.
७ पर्स में कभी भी रुपयों के साथ कोई बिल-रसीद या टिकट ना रखे इससे विवाद बड़ता है .
८ पर्स में सिक्कों की व्यवस्था अलग हो तथा बंद कर के रखें पर्स खोलते समय सिक्का नीचे नहीं गिरना चाहिये.इससे अपव्यय बढता है.
९ पर्स में चाबी को ना रखें.
१० शौच के समय या शौचालय में पर्स आगे वाली जेब में रखे.
११ प्रत्येक जन्म दिवस पर अपने पर्स में एक नोट (छोटा या बड़ा) पर अपने पिता या माता के हाथों से केसर का तिलक लगा कर पूरे वर्ष के लिए रख दे. अगले जन्म दिवस पर किसी कन्या को दें.पुन:माता या पिता से तिलक करवा कर वर्ष हेतु रख लें.
१२ अपने पर्स में किसी पूर्णिमा को लाल रेशमी कपडे में चुटकी भर या २१ दाने अखंडित चावल बाँध कर छुपा कर रखने से बेवजह खर्च नहीं होता है.
१३ यदि पर्स कभी फट या कट जाय तुरंत बदल दें.
१४ यदि कर्ज का ब्याज देना हो तो वह रूपये पर्स में भूल कर भी ना रखे . रखोगे तो कर्ज नहीं उतरेगा. बल्कि और चड़ने की संभावना रहेगी.
१५ पर्स बायीं जेब में रखना अति शुभ माना गया है.
पर्स में कभी भी बीड़ी/सिगरेट या गुटखा आदि ना रखें.

Tuesday 29 May 2012

यदि आप बेरोजगार हैं ?


यदि आप बेरोजगार हैं और काफी समय से नौकरी की तलाश कर रहे हैं लेकिन फिर भी मनचाही नौकरी नहीं मिल पा रही हैं तो निराश न हों। यहां हम आपको एक ऐसा उपाय बता रहे हैं, जिसे सच्चे मन व विश्वास से करने पर आपकी नौकरी अवश्य लग जाएगी। ये उपाय इस प्रकार है-

उपाय

एक बिना दाग वाला पीला नींबू लें। उसके चार बराबर टुकड़े कर लें। शाम के समय जब बहुत कम रोशनी हो, उस समय किसी चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में नींबू का एक-एक टुकड़ा फेंक दें और बिना पीछे मुड़े घर आ जाएं। घर में प्रवेश करने से पहले हाथ-पैर अवश्य धो लें। यह प्रयोग लगातार सात दिन तक करें आपकी मनोकामना जरुर पूरी होगी।

Thursday 24 May 2012

सुख शांति और सम्पनता के लिए


सुख शांति और सम्पनता के लिए
 
1.
श्री सूक्त ,श्री लक्ष्मी सूक्त का पाठ नित्य या शुकवार को करने से लक्ष्मी जी स्थाई रूप से निवास करती हैं
2.
घर में सप्ताह में एक बार नमक मिले पानी का पोंछा लगाना सुख शांति को आमंत्रित करता है और घर में से नकारात्मक उर्जा का नाश करता है
3.
घर में हर अमावस्या को पुरे घर की सफाई अवश्य करें और फालतू टुटा बेकार का समान कबाड़ी वाले को दे दें
4.
हर पूर्णिमा के दिन घर में या मंदिर में हवन करना भी अति शुभ होगा
5.
किसी भी दिन घर में लोबान का धुआं अवश्य दें
6.
संध्या काल या पूजा काल में मेहमान या किसी सुहागिन स्त्री का आना प्रमाण है की लक्ष्मी माँ घर में परवेश कर चुकी हैं. अति शुभ मन जाता है
7.
अपने कार्य स्थल से घर वापिस आते हुए खली हाथ घर न आएं ,
8.
घर में नमक कभी खुला न रखें

Saturday 19 May 2012

शनि जयंती (20 मई 2012 )

शनि जयंती (20 मई 2012 )

( शनि देव जी का जन्म ज्येष्ठ मास की अमावस्या को हुआ था। )
शनि जयंती महापर्व है। इस दिन शनि देव से संबंधित उपाय करने से कुंडली में स्थित अशुभ शनि बुरा असर नही डालेगा। शनि जयंती पर शनि देव से संबंधित छोटे से छोटा उपाय भी बड़ा फल देने वाला होता है : -

1. शनि जयंती के एक दिन पहले यानी 19 मई को सवा-सवा किलो काले चने अलग-अलग तीन बर्तनों में भिगो कर रख दें। इसके बाद शनि जयंती के दिन नहाकर साफ वस्त्र पहनकर शनिदेव का पूजन करें और चनों को सरसौं के तेल में छौंककर इनका भोग शनिदेव को लगाएं और अपनी समस्याओं के निवारण के लिए प्रार्थना करें। इसके बाद पहला सवा किलो चना भैंसे को खिला दें। दूसरा सवा किलो चना कुष्ट रोगियों में बांट दें और तीसरा सवा किलो चना अपने ऊपर से ऊतारकर किसी सुनसान स्थान पर रख आएं। शनिदेव के प्रकोप में अवश्य कमी होगी।

2. शनिजी की प्रतिमा को देखते समय उनकी आँखों को नहीं देखें।

3. तेल में बनी खाद्य सामग्री का दान गाय, कुत्ता व भिखारी को करें।

4. यात्रा को टालें।

5. हनुमानजी के मंदिर के दर्शन अवश्य करें, बंरंग बाण का पाठ करे।

6. शनिदेव पर काले तिल का तेल चढ़ाकर कुमकुम, अक्षत, काले तिल के अलावा विशेष रूप से काली तुलसी चढ़ाने को शनि दशा अनुकूल बनाने के लिए बहुत शुभ और असरदार माना गया है। काली तुलसी चढ़ाते वक्त :- “ॐ शं शनैश्चचराय नम:” मंत्र भी बोला जा सकता है।

7. इस दिन संभव हो तो शनि ग्रह के बुरा असर शांत करने के लिए ब्राह्मणों को भोजन कराएं और काली या लोहे से बनी वस्तुओं का दान करें।

8. रात्रि को एक बार बिना नमक का भोजन करें।

9. स्नान के बाद किसी देवालय या पवित्र स्थान पर पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर शनि के इन 10 नामों अधिक से अधिक बार ध्यान करें। ये दस नाम हैं-

- कोणस्थ, पिंगल, बभु्र, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मन्द, पिप्पलाश्रय

10. शनिदेव से अपने बुरे कामों और अपराधों के लिए क्षमा मांगनी चाहिए।

11. शनि जयंती के दिन लोहे की कटोरी में तेल भरकर उसमें अपनी शक्ल देखें तथा उसे आंक (आंकड़े) के पेड़ की जड़ में डाल दें। इसके बाद ऐसा लगातार पांच शनिवार तक करें और हर बार लोहे की कटोरी को उसी पेड़ के नीचे दबा दें। ऐसा करने से शनिदेव जल्दी प्रसन्न होते हैं।

12. दान जप आदि करने से साढ़ेसाती के फल पीडादायक नहीं होते हैं। गुरूद्वारा मंदिर देवालय तथा सार्वजनिक स्थलों की स्वयं साफ सफाई करने रोगी और अपंग व्यक्तियों को दान देने से भी शनि की शांति होती है।

13. सवा किलो सरसों का तेल किसी मिट्टी के कुल्डह में भरकर काला कपडा बांधकर किसी को दान दे दें या नदी के किनारे भूमि में दबाये। (43 दिनो तक करें)

14. उडद के आटे के 108 गोली बनाकर मछलियों को खिलाने से लाभ होगा। (40 दिन तक करें)

15. अपना कर्म ठीक रखे, मन्दिर में प्रतिदिन दर्शन के लिए जाएं.,माता-पिता और गुरु जानो का सम्मान करे ,अपने धर्मं का पालन करे, भाई बन्धुओं से अच्छे सम्बन्ध बनाकर रखें.,पितरो का श्राद्ध करें. या प्रत्येक अमावस को पितरो के निमित्त मंदिर में दान करे,गाय और कुत्ता पालें, यदि किसी कारणवश कुत्ता मर जाए तो दोबारा कुत्ता पालें. अगर घर में ना पाल सके तो बाहर ही उसकी सेवा करे,यदि सन्तान बाधा हो तो कुत्तों को रोटी खिलाने से घर में बड़ो के आशीर्वाद लेने से और उनकी सेवा करने से सन्तान सुख की प्राप्ति होगी .गौ ग्रास. रोज भोजन करते समय परोसी गयी थाली में से एक हिस्सा गाय को, एक हिस्सा कुत्ते को एवं एक हिस्सा कौए को खिलाएं आप के घर में हमेसा बरक्कत रहेगी..

Tuesday 8 May 2012

राशि अनुसार कौन सा पौधा खत्म करेगा सारे दोष...


राशि अनुसार कौन सा पौधा खत्म करेगा सारे दोष...

अगर आपके घर में शांति नही है, हमेशा घर का कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है, पैसा नहीं टिकता हो या जीवनसाथी से हमेशा अनबन होती रहती हो तो, आपको अपने राशि स्वामी को प्रसन्न करने के लिए अपनी राशि के अनुसार पेड़-पौधे लगाना चाहिए।

कौन सा पौधा है आपकी राशि का

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मेष और वृश्चिक राशि वाले जातक को मंगल देव के लिए लाल फल-फूल वाले पेड़ पौधे लगाना चाहिए।

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वृष और तुला राशि के जातकों का राशि स्वामी शुक्र होता है इसलिए उन्हें सफेद फल-फूल वाले बड़े पेड़ पौधे लगाने से लाभ होगा।

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कन्या और मिथुन राशि के जातक बुध ग्रह के अनुसार बिना फ ल और बिना फूल वाले छोटे पौधे लगा सकते है।

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कर्क राशि वाले लोगों का राशि स्वामी चंद्रमा होता है, इसलिए उन्हें अपने बगीचे में तुलसी या अन्य छोटे-छोटे औषधीय पौधे लगाएं और उसमें प्रतिदिन पानी दें।

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सिंह राशि वालों को लाल रंग के फूल वाले बड़े पेड़ या आकड़े का पेड़ लगाने से लाभ होगा।

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धनु और मीन राशि बृहस्पति देव की राशि है इसलिए इस राशि के जातकों को पीले फल वाले वज्रदंती या पीपल के पेड़ लगाना चाहिए।

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मकर और कुंभ राशि के व्यक्ति अपने राशि स्वामी शनि के अनुसार बिना फल-फूल वाले पेड़ पौधें लगाएं।

सभी पेड़-पौधे पूरब दिशा में लगाने चाहिए। ग्रह के बुरे प्रभाव से बचने के लिए वायव्य कोण में यानी पश्चिम और उत्तर दिशा के बीच में भी कुछ बड़े पेड़ लगाए जा सकते हैं।

Sunday 6 May 2012

भगवान शंकर आरोग्य के देवता है


भगवान शंकर आरोग्य के देवता है यानी जो भी व्यक्ति विधि-विधान से भगवान शंकर की पूजा करता है बीमारियां उसके पास नहीं फटकती। किसी भी तरह की बीमारी भगवान शिव की कृपा से ठीक हो सकती है। सोमवार के दिन यदि किसी रोग मुक्ति के लिए उपाय किया जाए तो और भी शीघ्र फल मिलता है। यदि कोई व्यक्ति लकवे से पीडि़त है तो यह उपाय करें-
उपाय

सोमवार के दिन सुबह नित्य कर्मों से निवृत्त होकर सुबह भगवान शंकर के मंदिर में जाएं और उन्हें आंक के पत्ते की माला बनाकर अर्पित करें। थोड़ी देर मंदिर में ही बैठें और ॐ नमः शिवाय  मंत्र का जप करें। इसके बाद वह माला निकाल लें और रोग मुक्ति के लिए प्रार्थना करें। वह माला लकवा ग्रस्त व्यक्ति को सूंघाएं तथा उन पत्तों को पीसकर लकवा प्रभावित अंग को लगाएं। यह प्रक्रिया हर सोमवार को करें। कुछ ही दिनों में आप इसका प्रभाव देखेंगे।